अब दूर रहकर कहीं मन नहीं लगता है लगातार याद आने लगी है अपनी मोहब्बत से रूबरू हो जाने दो प्यार पाने को बेचैन रहने लगा हूं
हर लम्हा खुशियों के जीने लगा हूं ख्वाहिशों का मुकाम मिलने लगा है किस्मत बदलने लगी है खुशनसीब हूं जो इतना प्यार करने लगी हो
मेरे चाहतों का ख्याल रखने लगी हो अच्छी-अच्छी बातों से दिल चुराने लगी हो तुम्हारी मोहब्बत से तकदीर बदली है आजकल मेरे हर धड़कन में समाने लगी हो
इश्क का सिलसिला चलता रहेगा धीरे धीरे प्यार बढ़ता रहेगा जो जिंदगी की कुछ अधूरी ख्वाहिशें है हर ख्वाब हकीकत में बदल जाएगा
मेरे और उसके बीच में अजब सी जुदाई है हर बार रिश्ता तोड़ने की फरियाद लिए मेरे नजदीक आई है