बेतहाशा प्यार करने लगा हूं उसकी बातों पर एतबार हो गया है जिसकी चाहत लिए दिन रात तड़प रहा था वह इशारों इशारों में मोहब्बत का जाम पिलाने लगी है अब किस्मत बदल जाएगी इसका एहसास होने लगा है
आजकल मुलाकात को बेताब रहता हूं दूर रह नहीं पाऊंगा सच्चा प्यार करता हूं तमन्ना है जब तक जिंदा रहूं हर लम्हा मोहब्बत के रूबरू अपना वक्त गुजरता रहे
हिंदी शायरी
मेरे खामोशी को कमजोरी समझने की भूल मत करना चुप रहकर हर सवाल का जवाब दे जाऊंगा झूठी शान ओ शौकत दिखाकर नीचे गिराने वालों इस बात को बखूबी समझ जाओगे जिस दिन मदद की जरूरत होगी मैं ही मौके पर काम आऊंगा