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HINDI SHAYARI

Hindi shayari
कैटेगरी लव शायरी          Category love shayari  
बेइंतहा मोहब्बत
बेइंतहा मोहब्बत करने लगा हूं दिल की बात कहने को बेचैन रहने लगा हूं अपना बनाने का तरीका हर मंजर से पूछने लगा हूं

सच कह रहा हूं लव हो गया है मन के ख्वाहिशों की बातें सब हो गया है वह हमसफ़र बनने को तैयार हैं जिंदगी जन्नत हो गई है आजकल चेहरे पर मुस्कान है

मेरे मन के एहसासों में खुशी का रंग भरती है उसकी मोहब्बत हर क्षण मेरे संग रहती है जिंदगी ज्यादा जीने की चाहत रोज बढ़ती है

प्यार की शायरी

Shayari in hind

वह ख्वाबों खयालों में रहने लगी है महसूस हो रहा है मुझे प्यार हो गया है तन्हाईयोंं का कशमकश खत्म हो गया है मेरे खुश रहने का जुगाड़ हो गया है

तुम्हारे प्यार ने खुशियों का खूबसूरत एहसास दिया है बहुत कुछ पाने का ख्वाब दिया है प्यार के बगैर जिंदगी अधूरी है आज यह मान लिया है

मीठी मीठी बातों से लगाव हो गया है मैं प्यार करने लगा हूं वह बेखबर है दिल चुराने का इंतजाम करने लगा हूं

उसकी तरफ से प्यार मिलने लगा है अजब गजब का नशा चढ़ने लगा है मेरा दिल बेइंतहा मोहब्बत करने लगा है मन का पंछी आसमान तक उड़ने लगा है
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Shayari Sangrah

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मेरी खामोशी सवाल पूछेगी | Love shayari

मेरी खामोशी सवाल पूछेगी पछेगी कहां गए वो प्यार के हसीन लम्हे हिसाब पूछेगी शायद तुम्हारे पास कोई जवाब नहीं होगा निगाहें तन्हाई भरे मंजर में खुशियों का मुकाम ढूंढेंगी  दिल की गलियारों में कोई तूफान नहीं है टूटे हैं हर ख्वाब कोई अरमान नहीं है जिसे बेहद अपना समझा वो गद्दार निकल गए किसी से कुछ पाने की अब मेरे चेहरे पर मुस्कान नहीं है मैं खुशियों की तलाश में रह गया एक बेवफा के प्यार में रह गया अपने दिल के जख्म दिखाऊं किसी से तो तौहीन होती है आजकल मुझे यकीन होता नहीं है इतना दर्द कैसे सह गया

शायरी इन हिंदी

Love shayari in Hindi | Hindi shayari | shayari Sangrah  उसकी ख्वाबों खयालों में डूबा रहता हूं अकेले में बात करने की आदत हो गई है अब इसमें कोई शक नहीं रह गया है कि मुझे मोहब्बत हो गई है जो इतना बेहद बेशुमार चाहोगी मैं बहक जाऊंगा खुद से कंट्रोल हट जाएगा और मैं रास्ता भटक जाऊंगा बातों बातों में मन का करार लूट लेती हो मुझे अपना बनाने का भरपूर छूट देती हो धीरे धीरे नजदिकियां बढ़ने लगी है हर ख्वाब हकीकत में बदलने लगे हैं उसकी हर अदा में अपनापन नजर आने लगा है मुझ पर मोहब्बत का खुमार छाने लगा है अब अकेले गुजारा हो नहीं सकता आजकल हर मंजर से ऐसा एहसास आने लगा है