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Hindi shayari sangrah Masti Manoranjan

हिंदी शायरी संग्रह मस्ती मनोरंजन love shayari collection

थोड़ा और गहराई में जाकर प्यार महसूस कर लो तुम्हारे अंदर प्यार का तकाजा है हर दिन जिंदगी जन्नत महसूस करोगे जो मैंने वादा किया है

इश्क का खुमार चढ गया है ख्वाहिशों में नशा रहने लगा है तुम्हारेे इनकार करनेे का डर बना रहता है आजकल मेरा दिल बेतहाशा प्यार करने लगाा है

तुम्हारे हुस्न से चाहतों की महफिल सजने लगी है शर्मीली अदाओं से हर मंजर में मोहब्बत की लहर उठने लगी है

यह तमन्ना है तुम्हारे इश्क में गुजर-बसर चाहता हूं हर वक्त प्यार भरी नजर चाहता हूं

जब चाहे इंतहान ले लो कितना प्यार करता हूं मेरी ख्वाहिशों में सिर्फ तुम रहती हो हद से ज्यादा प्यार करता हूं

मन के अंजुमन में मोहब्बत का फूल खिल गया है मुझे अच्छा हमसफर मिल गया है जन्नत जिंदगी का सौभाग्य मिल गया है

मेरे मन के एहसासों में ढेर सारे सवाल उठ खड़े हुए हैं तुमसे पूछना है क्या मुझे हमसफर स्वीकार करोगी खुदा की कसम बहुत चाहता हूं क्या मुझसे प्यार करोगी

मोहब्बत से ख्वाहिशों में सुकून आ गया है जीने का फिर जुनून आ गया है कोई कमी महसूस नहीं होती है किस्मत बदलने का मानसून आ गया है

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मेरी खामोशी सवाल पूछेगी | Love shayari

मेरी खामोशी सवाल पूछेगी पछेगी कहां गए वो प्यार के हसीन लम्हे हिसाब पूछेगी शायद तुम्हारे पास कोई जवाब नहीं होगा निगाहें तन्हाई भरे मंजर में खुशियों का मुकाम ढूंढेंगी  दिल की गलियारों में कोई तूफान नहीं है टूटे हैं हर ख्वाब कोई अरमान नहीं है जिसे बेहद अपना समझा वो गद्दार निकल गए किसी से कुछ पाने की अब मेरे चेहरे पर मुस्कान नहीं है मैं खुशियों की तलाश में रह गया एक बेवफा के प्यार में रह गया अपने दिल के जख्म दिखाऊं किसी से तो तौहीन होती है आजकल मुझे यकीन होता नहीं है इतना दर्द कैसे सह गया

शायरी इन हिंदी

Love shayari in Hindi | Hindi shayari | shayari Sangrah  उसकी ख्वाबों खयालों में डूबा रहता हूं अकेले में बात करने की आदत हो गई है अब इसमें कोई शक नहीं रह गया है कि मुझे मोहब्बत हो गई है जो इतना बेहद बेशुमार चाहोगी मैं बहक जाऊंगा खुद से कंट्रोल हट जाएगा और मैं रास्ता भटक जाऊंगा बातों बातों में मन का करार लूट लेती हो मुझे अपना बनाने का भरपूर छूट देती हो धीरे धीरे नजदिकियां बढ़ने लगी है हर ख्वाब हकीकत में बदलने लगे हैं उसकी हर अदा में अपनापन नजर आने लगा है मुझ पर मोहब्बत का खुमार छाने लगा है अब अकेले गुजारा हो नहीं सकता आजकल हर मंजर से ऐसा एहसास आने लगा है