वह एक मुस्कान से हजारों सवाल छोड़ गई आजकल जवाब ढूंढने में दिन रात गुजरने लगा है मन समझाने लगा है मुझे प्यार हो गया है
करीब आकर अपने दिल की हर बात कहना चाहता हूं ख्वाहिशों का इजहार करना चाहता हूं हमसफर बनकर साथ रहना चाहता हूं
इतने सवाल पूछती है जवाब देना मुश्किल हो गया है उसका प्रतिदिन शक बढ़ने लगा है अपनी सच्चाई का सबूत देना नामुमकिन लग रहा है
हर बात सोच समझकर कहती है सही बात कहती है उसकी तरफ आकर्षित होने लगा हूं अपने प्यार का छाप छोड़ जाती है जब मुलाकात करती है
आंखों ही आंखों में इकरार हो गया उनसे मोहब्बत बेहिसाब हो गया अधूरापन खत्म हो गया सही प्यार से खबरदार हो गया